Saturday, April 2, 2011

जीत!

    
हमने पाकिस्तान को हरा दिया
वाह जी वाह! पर कैसे ?
उनके ग्यारह सैनिकों पर
भारत के ग्यारह सैनिक भारी पडे
और उन्हे कदमों तले रौंद डाला.
अरे! वाह तब तो तुम सचमुच
जीत गए और दुश्मन भी मिट गए
अब तो भारत में उजाला ही उजाला
न कोई आतंक और नहीं घुसपैठ
कश्मीर भी भारत का और
चारों तरफ शांति ही शांति.
अरे! अरे! रुकिए ये जीत हमने
क्रिकेट के खेल में हासिल की है,
उनके खिलाडियों को चित किया है
वर्ल्ड कप में उन्हे हराया है
फिर क्यों तुम इतने खुश हो?
ये तो मात्र खेल था
खेल में हार जीत तो होती ही है
जीत का संघर्ष तो उन्होनें भी किया है
अरे बन्दे! मात्र खेलों से
देशों की हार जीत नहीं होती
खेल तो खेल है कभी
वो भी जीत जायेगें
असली जंग से मुकाबला बाकी ही है
खेलों की जीत तो मात्र कल्पनाओं की जीत है
हम भारतीय हैं पहले हमें उनकी
बुराइयों पर विजय पानी होगी
कल्पनओं में नहीं हकीकत में
भारत को जीत हासिल करनी होगी
संतोष शर्मा      

1 comment:

  1. bahut hi zyaada samjhdaari bhari rachna hai ye...


    http://teri-galatfahmi.blogspot.com/

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