Saturday, April 8, 2017

महिला दिवस....

महिला दिवस
आज खूब कशीदे कढ़े जाएंगे
महिलाओ के त्याग, तपस्या, सहनशीलता पर
भावनाओ का बाजार गर्म रहेगा...
पर क्या सच में ममत्तव पर
अधिकार केवल नारी का ही है?
इतिहास साक्षी रहा है
अपवाद जीवन के हर क्षेत्र में  है
जरुरी नहीं हर नारी में नारीत्व हो
जरुरी नहीं हर पुरुष में पुरुषत्व हो
बात तो सिर्फ अहसासों की है
बात तो सिर्फ सार्थकता की है
बात तो सिर्फ मानवीयता की है
तो फिर नारी को ही
विज्ञापितता की आवश्यकता क्यों?
धन्य हूँ ऎसे नर की नारी हूँ मैं
जिस नर में माँ की ममता
पिता का स्नेह है उसमें
प्रियसी के प्रेम का आलिंगन है
आखिर क्यों न हो
क्योकि सृष्टि के हर कण में
बहता 'पवन' है जो....
      संतोष शर्मा











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